वुहान कोविड-19 वायरस की वजह से दो हजार मरीजों की मौत हो गई है जबकि 75 हजार लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। सबसे ज्यादा मरने और संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या चीन से ही है। चीन के बाहर इस विषाणु से छह लोगों की मौत हुई है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों में भय का माहौल है, क्योंकि यह वायरस एक व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरे को होता है। हालांकि, इस बीच इस वायरस को लेकर कई ऐसी बातें भी सोशल मीडिया पर कहीं जा रही हैं जिनको लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। चीन से दुनिया के 26 से ज्यादा देशों में फैले इस वायरस को लेकर कहा जा रहा है कि कोरोना पालतू जानवरों कुत्तों और बिल्लियों को अपनी चपेट में ले रहा है। वुहान कोविड-19 वायरस की वजह से दो हजार मरीजों की मौत हो गई है जबकि 75 हजार लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। सबसे ज्यादा मरने और संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या चीन से ही है। चीन के बाहर इस विषाणु से छह लोगों की मौत हुई है। कोरोना वायरस को लेकर लोगों में भय का माहौल है, क्योंकि यह वायरस एक व्यक्ति के संपर्क में आने से दूसरे को होता है। हालांकि, इस बीच इस वायरस को लेकर कई ऐसी बातें भी सोशल मीडिया पर कहीं जा रही हैं जिनको लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। चीन से दुनिया के 26 से ज्यादा देशों में फैले इस वायरस को लेकर कहा जा रहा है कि कोरोना पालतू जानवरों कुत्तों और बिल्लियों को अपनी चपेट में ले रहा है। क्या है दावे की सच्चाई?
दरअसल, कुत्तों और पालतू जानवरों के कोरोना वायरस की चपेट में आने की बात एकदम झूठी है। यह सिर्फ अफवाह है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन को आधार बनाकर फैलाया जा रहा है। अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं जिनसे ये साफ हो कि कोरोना वायरस पालतू जानवरों को भी फैल सकता है।
कुत्तों और बिल्लियों में इस वायरस के फैलने के कोई सबूत नहीं हैं। हालांकि यह जरूरी है कि जब भी आप अपने पालतू कुत्ते या बिल्ली को छुएं तो उसके बाद साबुन से अच्छी तरह से अपने हाथों को धोएं, क्योंकि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको बैक्टीरियल इंफेक्शन हो सकता है। आप E.coli और साल्मोनेला बैक्टीरिया की चपेट में आ सकते हैं जो कि जानवरों से इंसानों में फैलता है।
पशु चिकित्सकों की एक संस्था WSAVA का कहना है कि कुत्तों में दो तरह का कैनेन कोरोना वायरस पाया जाता है जो कि कोविड-19 से अलग है। ये वायरस कुत्तों की आंतों में पाया जाता है, और कुत्ते जब डायरिया के शिकार होते हैं तो इस तरह का वायरस उनमें देखने को मिलता है। लेकिन यह वायरस कुत्ते से इंसानों में नहीं फैलता है।